क्या होते है ट्रेडिंग के प्रक्रार: सामान्य जानकारी

ट्रेडिंग

ट्रेडिंग का सीधा सा मतलब होता है कि किसी भी वस्तु का आदान-प्रदान  अर्थात जब हम किसी वस्तु को कम रुपए में लेकर उसे  मुनाफे पर कम समय में  बेचते है तो उसे ट्रेडिंग कहते हैं | ट्रेडिंग के बहुत सारे प्रकार होते हैं। स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग करने के बहुत सारे स्टाइल मौजूद होते है कोई सा भी ट्रेडिंग स्टाइल बहुत ज्यादा अच्छा या बुरा नहीं होता है बल्कि आपकी मार्किट से उम्मीदे और जोख़िम लेने की क्षमता के अनुसार कोई शेयर ट्रेडिंग टाइप आपके लिए सही या गलत हो सकता है।

एक अच्छा ट्रेडिंग स्टाइल चुनने के लिए आपको आपके इमोशन, साइकोलॉजी का एनालिसिस करना होगा यह जानने के लिए की कोनसा ट्रेडिंग स्टाइल आपके लिए अच्छा है।  ट्रेडिंग 10 प्रकार की होती है।

टाइप ऑफ़ ट्रेडिंग
टाइप ऑफ़ ट्रेडिंग
  1. Scalping Trading

Scalping Trading के अंदर किसी शेयर को कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनटों में बेच दिया जाता है इसमें मार्किट में जो छोटे-छोटे मूवमेंट आते है उनका फायदा उठाया जाता है और मार्केट के बंद होने तक बहुत सारे ट्रेड किये जाते है।

  1. Spread Trading

कई बार एक ही स्टॉक के 2 कॉन्ट्रैक्ट की बेस्ट खरीद प्राइस और बेस्ट सेल प्राइस  में बहुत बड़ा अंतर आ जाता है और इसी अंतर का फायदा उठाकर ट्रेडिंग करने को स्प्रेड ट्रेडिंग  कहते है स्प्रेड ट्रेडिंग मुख्य रूप से फ्यूचर  कॉन्ट्रैक्ट में की जाती है

  1. Intraday (day trading)

इंट्राडे ट्रेडिंग के अंदर शेयर को कुछ घंटो तक रखकर या मार्किट बंद होने से पहले बेच दिया जाता है इसमें एक ट्रेडिंग डे के अंदर जो मूवमेंट आते है उनका फायदा उठाया जाता है

  1. Arbitrage Trading

बहुत सारे शेयर ऐसे होते है जो एक से ज्यादा स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड होते है और कई बार उनके प्राइस में अंतर आ जाता है उसका फायदा उठाकर ट्रेडिंग करना आर्बिट्राज ट्रेडिंग कहलाता है।

  1. BTST (Buy Today Sell Tomorrow) Trading

आज ख़रीदे हुये शेयर को कल बेच देने को BTST (Buy Today Sell Tomorrow) ट्रेडिंग कहते है कई बार कोई स्टॉक आज जिस प्राइस  पर बंद हुआ है अगले दिन उससे ज्यादा या कम में ओपन  होता है इसका फायदा उठाने को BTST ट्रेडिंग कहते है

  1. Momentum Trading

किसी निश्चित दिन पर जब शेयर में ब्रेकआउट होता है तो उस ब्रेकआउट  पर ट्रेडिंग  करना मोमेंटम ट्रेडिंग  कहते है ब्रेकआउट कई प्रकार के हो सकते है।

  1. Swing Trading

जब शेयर्स को कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक रखकर Sell कर दिया जाता है तो इसे स्विंग ट्रेडिंग कहते है

  1. Positional Trading

पोज़िशनल ट्रेडिंग के अंदर किसी शेयर को कुछ हफ्तों से लेकर कुछ महीनों या एक साल के अंदर बेच दिया जाता है तो इसे पोज़िशनल ट्रेडिंग कहते है इसमें स्टॉक  प्राइस  के अंदर जो लम्बा मूवमेंट आता है उसका फायदा उठाकर प्रॉफिट कमाया जाता है।

  1. Algo Trading

अलगो ट्रेडिंग एक खास तरह की ट्रेडिंग होती है जिसमें कंप्यूटर प्रोग्राम आपके आदेश पर ट्रेड करता है कोनसे लेवल पर खरीदना है और कोनसे लेवल पर बेचना यह सब डिसिशन  अलगो  ट्रेडिंग  सॉफ्टवेयर अपने आप ले लेता है बस शुरुआत में एक बार उसे इंस्ट्रक्शन  देनी होती है।

  1. News or Event Trading

शेयर मार्किट में न्यूज़ या इवेंट की वजह से शेयर की प्राइस में जो मूवमेंट आती है उसका फायदा उठाकर ट्रेडिंग करने को न्यूज़ और इवेंट ट्रेडिंग कहते है।

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बार – बार अपनी शेयर ट्रेडिंग स्टाइल चेंज करना सिर्फ समय की बर्बादी है अगर आप स्टॉक मार्किट  बिगिनर्स  है तो सभी ट्रेडिंग टाइप  को सीखें और ट्राई करें लेकिन लम्बे समय में केवल एक ही प्रकार की ट्रेडिंग का उपयोग करें लगातार सीखते रहे और अपनी ट्रेडिंग स्किल्स को इम्प्रूव करते रहे।

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