शेयर मार्सकिट में सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्या हैं?

सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्या हैं

अगर आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हैं तो आपको सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल के बारे में जानना बहुत जरूरी है क्योंकि बहुत सारे बड़े ट्रेडर्स चार्ट पर सिर्फ सपोर्ट और रेजिस्टेंस इंडिकेटर लगाकर खूब पैसा कमाते हैं ।

सपोर्ट और रजिस्टेंस का पता करने इस विधि को समझे ।

  1. स्टॉक का चार्ट ओपन करें
  2. टाइम फ्रेम सिलेक्ट करें
  3. सपोर्ट और रेजिस्टेंस जोन पता करें
  4. ट्रेंड लाइन खीचें

सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्या हैं:

शेयर मार्केट में सपोर्ट और रजिस्टेंस वह इंडिकेटर है जो ट्रेडर्स को Buying  और selling zone के बारे में बताते हैं।  मतलब ट्रेडिंग करते समय चार्ट पर कुछ ऐसे पॉइंट होते हैं जहां से प्राइस बढ़ना या गिरना शुरू होता है जिन्हें हम Support और Resistance level कहते हैं। सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल पता करके आप किसी ट्रेड में सही समय पर एंट्री और एग्जिट करके प्रॉफिट कमा सकते हैं।

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आपने देखा होगा किसी स्टॉक का प्राइस बार-बार किसी पार्टिकुलर लेवल से टकराकर नीचे गिरने लगता है तो उस लेवल को हम रेजिस्टेंस कहते हैं।  और और जिस लेवल से टकराकर प्राइस बार-बार ऊपर की ओर जाता है उसे हम सपोर्ट लेवल कहते हैं।

ट्रेडिंग में सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्यों जरूरी है?

सपोर्ट और रेजिस्टेंस यह दोनों लेवल ही टेक्निकल एनालिसिस में बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि इन levels पर बहुत सारे ट्रेडर्स ने अपनी buying या selling पोजिशन पहले से बनाई होती हैं।  मतलब बहुत बड़ा माल खरीदा या बेचा हुआ होता है और इसीलिए प्राइस जब-जब उस लेवल को टच करता है तो वहां से गिरना या बढ़ना शुरू हो जाता है और ऐसा कई बार होता है क्योंकि buyer या seller उस लेवल को टूटते हुए नहीं देखना चाहते हैं.

और अगर वह सपोर्ट या रेजिस्टेंस लेवल टूटता है मतलब प्राइस जिस resistance लेवल से टकराकर बार-बार नीचे जा रहा था अगर इस बार प्राइस नीचे ना जाकर ऊपर की ओर चला जाता है मतलब रेजिस्टेंस लेवल को तोड़ देता है तो इसे हम ब्रेकआउट कहते हैं।

स्ट्रांग सपोर्ट या रजिस्टेंस का मतलब होता है ऐसा लेवल जहां से प्राइस एक बार या दो बार नहीं बल्कि 4 से 5 बार या उससे अधिक बार टकराकर बार-बार रिवर्स हुआ हो।  और जब भी प्राइस उस mazor सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल को ब्रेक करेगा तो आपको मार्केट में एक बड़ा upside या डाउन साइड ट्रेंड देखने को मिलेगा.

सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्या हैं

सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्या हैं

सपोर्ट और रजिस्टेंस कैसे पता करें

सपोर्ट या रेजिस्टेंस लेवल पता करने के लिए आप नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो कर सकते हैं–

  1. स्टॉक का चार्ट ओपन करें

सबसे पहले आप इंडेक्स (जैसे निफ्टी या banknifty) या उस स्टॉक का चार्ट ओपन करें जिसके सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल आप पता करना चाहते हैं। किसी भी स्टॉक या इंडेक्स का चार्ट ओपन करने के लिए आप अपनी ब्रोकर एप ( जैसे upstox, zerodha, groww) आदि का उपयोग कर सकते हैं या फिर Tradingview वेबसाइट पर जाकर भी देख सकते हैं।

  1. टाइम फ्रेम सिलेक्ट करें

चार्ट ओपन करने के बाद आपको वह टाइम फ्रेम सेलेक्ट करना है जितने समय अंतराल का चार्ट आप ओपन करना चाहते हैं।  चलिए थोड़ा समझ लेते हैं कि किस प्रकार की ट्रेडिंग में कौन सा टाइम फ्रेम लगाना चाहिए क्योंकि यह समझना बहुत जरूरी है।

  1. सपोर्ट और रेजिस्टेंस जोन पता करें

अब आपको चार्ट को गौर से देखना है. चार्ट को गौर से देखने पर आपको कुछ-कुछ ऐसे पॉइन्ट दिखेंगे जहां से प्राइस बार-बार गिरता है यानी बार-बार किसी विशेष लेवल से टकराकर नीचे की ओर गिरने लगता है

शेयर मार्केट में सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्या है

यानी कि मान लो अगर किसी शेयर का प्राइस ऊपर की तरफ जा रहा था और अचानक किसी लेवल से टकराकर नीचे जाने लगा। फिर नीचे से प्राइस दोबारा बढ़ा लेकिन उसी लेवल से टकराकर फिर नीचे आ गया और तीसरी बार भी इस लेवल से टकराकर नीचे आ गया तो इसका मतलब है कि वह level मार्केट में एक रजिस्टेंस लेवल की तरह काम कर रहा है।

  1. ट्रेंड लाइन खीचें

ट्रेंडलाइन का मतलब होता है एक सीधी रेखा चार्ट पर बन रही कैंडलस्टिक को एक दूसरे से कनेक्ट करती है।  किसी भी चार्ट पर आपको बहुत सारे चार्ट पेटर्न या कैंडलस्टिक पेटर्न देखने को मिलते हैं और उनमें ट्रेंडलाइन का रोल बहुत महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि किसी भी पैटर्न में अगर आपको सही जगह पर एंट्री एग्जिट, स्टॉप लॉस और टारगेट पता करना है तो ट्रेंड लाइन खींचना होगा और इसी ट्रेंडलाइन को खींचकर आप सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल भी पता कर सकते हैं.

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