Rohit Sharma : धोनी ने बनाया रोहित शर्मा को हिटमैन, एक फैसले से पलटा रोहित का करियर

इंटरनेशनल क्रिकेट में मौजूदा विस्फोटक सलामी बल्लेबाजों की लिस्ट में रोहित शर्मा का नाम सबसे ऊपर आता है। 2011 विश्व कप तक गुमनाम जिंदगी जी रहे रोहित के करियर को साल 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी में चमक मिली। एमएस धोनी का रोहित को बतौर ओपनर मैदान पर उतारने का फैसला ऐतिहासिक साबित हुआ, जिसने रोहित के करियर और इंडियन क्रिकेट के भविष्य दोनों को उज्ज्वल कर दिया।

रोहित शर्मा का जन्म 30 अप्रैल 1987 को महाराष्ट्र के नागपुर के एक बंसोड़ में हुआ। रोहित की मां का नाम पूर्णिमा शर्मा है और वह आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से ताल्लुक रखती हैं। वहीं, उनके पिता का नाम गुरुनाथ शर्मा है। रोहित के पिता एक ट्रांसपोर्ट स्टोर हाउस में बतौर केयरटेकर काम करते थे। पिता की कम आमदनी होने की वजह से रोहित की परवरिश उनके दादा-दादी ने बोरीवली में की। रोहित अपने माता-पिता से मिलने सिर्फ छुट्टी वाले दिन जाया करते थे।

रोहित ने साल 1999 में एक क्रिकेट कैंप को पहली बार जॉइन किया। कैंप में रोहित के कोच दिनेश लाड ने उनको स्कूल बदलने की सलाह दी, ताकि वह ज्यादा अच्छे तरीके से अपने क्रिकेट पर फोकस कर पाएं। हालांकि, रोहित के परिवार के पास पैसे नहीं थे, ऐसे में दिनेश लाड ने उनको स्कूल की तरह से स्कॉलरशिप दिलवाई।

रोहित ने अपने करियर की शुरुआत बतौर ऑफ स्पिनर की थी और वह थोड़ी बहुत बल्लेबाजी कर पाते थे। हालांकि, जल्द ही उनके कोच दिनेश लाड ने रोहित की बैटिंग टैलेंट को पहचान लिया और उनको नंबर आठ से सीधा पारी का आगाज करने भेज दिया। रोहित ने स्कूल टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया और बतौर ओपनर डेब्यू मुकाबले में शतक ठोक दिया।

रोहित शर्मा ने लिस्ट-ए में वेस्ट जोन के लिए अपना डेब्यू देवधर ट्रॉफी में साल 2005 में की। रोहित ने इसी टूर्नामेंट में नॉर्थ जोन के खिलाफ 123 गेंदों पर 142 रन की शानदार पारी खेली और पहली बार लाइमलाइट में आए। हिटमैन ने इंडिया-ए की तरफ से अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू साल 2006 में न्यूजीलैंड-ए के खिलाफ किया।

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इस मैच में रोहित ने 57 और 22 रन की बेहतरीन पारी खेली। रणजी क्रिकेट में रोहित की पहली बार एंट्री 2006-07 में मुंबई के लिए हुई। गुजरात के खिलाफ रोहित ने 267 गेंदों पर 205 रन की लाजवाब पारी खेलकर अपनी काबिलियत का नमूना पेश किया।

रोहित शर्मा ने इंटरनेशनल क्रिकेट में पहली बार कदम 23 जून 2007 को रखा। हालांकि, इस मैच में हिटमैन को बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला। रोहित ने इसी साल सितंबर में अपना टी-20 डेब्यू इंग्लैंड के खिलाफ किया। रोहित को अपने टेस्ट डेब्यू के लिए काफी इंतजार करना पड़ा और छह साल बाद यानी 2013 में रोहित पहली बार सफेद जर्सी पहनकर मैदान पर उतरे।

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