दुनियाभर में हर साल 19 नवंबर को वर्ल्ड टॉयलेट डे लोगो को टॉयलेट के इस्तेमाल और साफ-सफाई के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य टॉयलेट के साफ-सफाई के प्रति जागरूक करना है साथ ही लोगों को खुले में शौच करने से रोकना भी है।
टॉयलेट हाइजीन हर किसी के लिए आवश्यक होता है। गंदे टॉयलेट का इस्तेमाल करने के कारण कई तरह के संक्रमण का खतरा होता है। ऐसे में हाइजीन का ख्याल रखना बेहद जरूरी है।
टॉयलेट सीट की सफाई का रखें ख्याल
टॉयलेट सीट करोड़ों बैक्टीरिया से घिरी हुई होती है, दरअसल गंदे जूते-चप्पल के कारण इसमें बैक्टीरिया चिपक जाते हैं। ऐसे में आप टॉयलेट सीट की साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। टॉयलेट सीट का इस्तेमाल करने से पहले या बाद में इसे टॉयलेट सैनिटाइजर से जरूर साफ करें।
इस तरह करें फ्लश
गंदे टॉयलेट इस्तेमाल करने की वजह से लोग कई गंभीर बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। टॉयलेट सीट पर जमे बैक्टीरिया कई तरह के इन्फेक्शन फैला सकते हैं। ऐसे में आपको फ्लश करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। कहा जाता है कि टॉयलेट सीटा का ढक्कन बंद करने के बाद फ्लॉश करना चाहिए।
टॉयलेट के फर्श की सफाई का ख्याल रखें
कीटाणुओं को दूर करने के लिए टॉयलेट के फर्श को सूखा रखने की कोशिश करें। नमी के कारण बैक्टीरिया तेजी से फैलते हैं।
हाथों को अच्छे से साफ करें
क्या आप जानते हैं, टॉयलेट इस्तेमाल करते समय आप कितने किटाणुओं के संपर्क में आते हैं। जी हां ऐसे में आप सफाई का खास ख्याल रखें। टॉयलेट इस्तेमाल करने के तुरंत बाद हाथों साबुन से जरूरी धोएं। टॉयलेट हाइजीन के लिए हाथों को साफ करना बेहद जरूरी है। इसके अलावा हाथ धोने के बाद इसे सूखाने के लिए साफ तौलिए का इस्तेमाल करें।
कमोड के न रखें साबुन
अगर आपका टॉयलेट और बाथरून कॉमन है, तो कमोड के पास कुछ साबुन, शैम्पू या बाथरूम से जुड़ा कोई सामान न रखें।