मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से दिल्ली में मुलाकात कर अपने पद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुत बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा है। कमलनाथ को पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख के पद से इस्तीफा देने के लिए कहा जा सकता है। सीट बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार सहित आइएनडीआइए के कई नेताओं के खिलाफ की गई कमलनाथ की टिप्पणियों से कांग्रेस नेतृत्व नाराज है।
कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ की मुलाकात
समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश में केवल चार से छह सीटें मांग रही थी, जदयू प्रदेश में केवल एक सीट पर लड़ना चाहती थी लेकिन कमल नाथ इस बात पर सहमत नहीं हुए । कमल नाथ ने सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की, जबकि उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात नहीं की। इससे भी कांग्रेस नेतृत्व नाराज है।
रविवार को जारी हुए थे नतीजे
मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव के नतीजे रविवार को जारी कर दिए गए। वहीं मिजोरम के चुनाव परिणाम आज यानी सोमवार को आ गए हैं। तीन राज्यों- मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा को बंपर जीत मिली है, जबकि तेलंगाना में कांग्रेस तो मिजोरम में जेडपीएम को बहुमत मिला है।
छिंदवाड़ा सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और 2018 में सीएम बने कमलनाथ मैदान में थे। इस सीट पर सबकी नजरे थी। भाजपा ने यहां जिलाध्यक्ष विवेक बंटी साहू को उतारा था। 2008 में यहां से कांग्रेस के दीपक सक्सेना ने भाजपा के विवेक बंटी साहू को 3,444 वोटों से शिकस्त दी थी। 2013 में भाजपा के चौधरी चंद्रभान सिंह 24,778 वोटों से जीते थे। 2018 में कांग्रेस के दीपक सक्सेना ने 14,547 वोटों से जीत हासिल की थी। 2023 में छिंदवाड़ा में 81.77 फीसद लोगों ने वोट दिए हैं। इस बार यहां कमलनाथ ने जीत का परचम गाड़ दिया है