Kerala Day: खूबसूरती के साथ साथ इन चीज़ों के लिए मशहूर है केरल, यहां पर बनाये इन सर्दियों में घूमने का प्लान

हर साल नवम्बर महीने की पहली तारीख पर केरल में केरल दिवस को याद करने और यहां की बेशुमार खूबसूरती को सराहने के लिए मान्य जाता है।  प्राकृतिक सौन्दर्य से भरे दक्षिणी भाग में स्थित केरल अपनी खूबसूरत खास भौगोलिक स्थिति, बैकवाटर्स, आकर्षक कला-शैलियों और मसालों के लिए जाना जाता है। शांत बैकवाटर्स के अलावा केरल साफ-सुथरे बीच, हाउसबोट्स, चाय के दूर-दूर तक फैले बागानों, नायाब आर्किटेक्चर वाली इमारतों, आयुर्वेदीय आरोग्यशालाओं और अपने लाजवाब जायकों के लिए भी मसहूर है। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ चीज़ों के बारे में जिनके लिए केरल जाना जाता है और यहां आकर आपको इसका एक्सपीरियंस लेना बिल्कुल नहीं मिस करना चाहिए।

 

पहाड़ और समुद्रतट दोनों का संगम

केरल आकर आप पहाड़ और समुद्र तट दोनों तरह के पर्यटन का मजा ले सकते हैं। सर्दियों के मौसम में लोग पहाड़ों पर जाना कम पसंद करते हैं और समु्द्र तटों वाली जगहों को प्राथमिकता देते हैं, तो ऐसे में केरल को अपने प्लान में शामिल कर सकते हैं। जहां सर्दियों में भी मौसम अनुकूल रहता है। जहां उत्तराखंड, हिमाचल जैसे पहाड़ी जगहों पर बर्फबारी होती है, वहीं यहां आप बेफ्रिक होकर आरामदायक कपड़ों में घूमने का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा केरल में कई वन्यजीव अभयारण्य भी हैं, जो इसे एक परफेक्ट डेस्टिनेशन बनाते हैं।

खूबसूरत हाउसबोट में बैकवाटर्स की सैर

केरल आकर यहां के शानदार हाउसबोट्स में रूकने का एक्सपीरियंस बिल्कुल न मिस करें। साथ ही हाउसबोट में बैकवाटर्स की सैर का भी एक अलग ही मजा है। इन हाउसबोट पर उपलब्ध शानों-शौकत भरा आराम होटल के किसी सामान्य कमरे से भी बेहतर है। शांत और खूबसूरत वातावरण में हाउस बोट से घूमते हुए आसपास के नजारों को देखने का आनंद कभी न भूला पाने वाला होता है।

 

दूर-दूर तक फैले चाय के बागान

वेस्टर्न घाटों में बसा मुन्नार केरल के मुकुट में एक मणि के समान है। यह शहर अपने विस्तृत चाय बागानों के लिए मशहूर है। यहां जितनी दूर तक आपकी नजर जाती है, वहां तक आपको चाय की हरी-हरी झाड़ियां ही दिखाई देंगी। मंत्रमुग्‍ध करने वाले दृश्यों से घिरे मुन्नार की सैर करने से भारत की समृद्ध चाय संस्कृति की गहरी जानकारी मिलती है।

 

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प्रभावशाली वास्तुकला में झलकता इतिहास

केरल में भारत के सबसे शानदार वास्तुकला के कुछ नमूने मौजूद हैं। यहां के प्राचीन मंदिर और राजमहल बीते युग के जीवंत प्रमाण हैं। वास्तुकला के इन रत्नों को देखना-जानना अतीत में सैर करने जैसी अनुभूति लगती है, क्योंकि यहां बीते दिनों की भव्यता और कलाकारी दिखाई देती है।

 

लजीज़ जायके

केरल की पाक-कला का विस्तार उतना ही जीवंत और विविधतापूर्ण है जितना कि इसके भूदृश्य। यह स्वादिष्ट सीफूड पकवानों के लिए मशहूर है, जिनमें स्वाद और सुगंध से भरपूर फिश करीज और गूदेदार प्रॉन फ्राई शामिल हैं। शाकाहारी लोगों के आनंद के लिए सांबर और अवियल जैसे विकल्प उपलब्ध हैं जो इस क्षेत्र की ताजा पैदावार और सुगन्धित मसालों से बने होते हैं। केरल के व्यंजन लोगों की स्वाद-ग्रंथियों में एक स्थायी चिन्ह छोड़ देते हैं, जिन्हें भूलना उतना ही कठिन है जितना कि इस राज्य को भूलना।

 

 

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