Skincare during PCOS: PCOS से होने वाली स्किन प्रॉब्लम्स से छुटकारा पाने के लिए अपनाये इन तरीको को

पीसीओएस, यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) के कारण हॉर्मोन में असंतुलन पैदा होने से कई तरह की समस्याएं परेशान कर सकती हैं और एजिंग की प्रक्रिया भी तेज हो सकती है। ऐसे में पीसीओएस से जूझ रही महिलाओं के लिए त्वचा का ख्याल रखना ज़रूरी है , तो पीसीओएस की प्रॉब्लम के साथ स्किन से जुड़ी समस्याओं का कैसे करें सामना, इसके लिए यहां बताए गए उपाय आ सकते हैं आपके काम।

 

डाइट पर दें ध्यान

पीसीओएस की परेशानी का काफी हद तक कम करने के लिए साबुत अनाज, फल, हरी पत्तेदार सब्जियों के अलावा फूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रोकली, सरसों, मूली, गाजर जैसी सब्जियां, प्रोटीन और फाइबर रिच फूड्स, दालें, स्प्राउट्स, बीन्स, बादाम, बेरीज, शकरकंद, लौकी आदि पीसीओएस को मैनेज करने में बेहद फायदेमंद हो सकते हैं। पेड़-पौधों से प्राप्त होने वाले भोजन एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो स्किन डैमेजिंग के साथ बुढ़ापे के असर को भी थामने में मददगार होते हैं।  इन समस्याओं को कंट्रोल करने वाले फूड आइटम्स को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। साबुत अनाज, हेल्‍दी फैट और ओमेगा-3 के स्रोत (अखरोट, बादाम और अलसी) को भोजन में शामिल करने से स्किन के साथ सेहत भी दुरुस्त रहती है।

इसके साथ ही ऑयली, प्रोसेस्‍ड फूड्स, शुगर ड्रिंक्स से बचें और फैट बढ़ाने वाले डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन कम करें। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। त्वचा को चमकदार और जवां बनाए रखने के लिए कोलेजन बनाने वाले सप्लीमेंट्स भी डॉक्टर की सलाह से ले सकते हैं।

 

 

स्किन केयर रूटीन फॉलो करें

अगर त्वचा पर अक्सर ही मुंहासों की समस्या रहती है। स्किन को डीप क्लीन करने के लिए क्लेंजर का इस्तेमाल बहुत जरूरी है। इसके बाद टोनर लगाएं और अंत में मॉइश्‍चराइजर लगाकर इसे पूरा करें। दिन में बाहर निकलें, तो एसपीएफ 30 का जरूर इस्तेमाल करें फिर चाहे मौसम कोई भी हो। इससे हानिकारक यूवीए/यूवीबी किरणों से त्वचा की रक्षा होती है। हफ्ते में एक या दो बार त्वचा की स्क्रबिंग जरूर करें इससे डेड स्किन हट जाती हैं और त्वचा खुलकर सांस ले पाती है।’

 

ड्राई स्किन की ऐसे करें देखभाल: विटामिन ई से भरपूर चीज़ें स्किन को हाइड्रेटेड रखने में मदद करती है, तो इसके लिए बादाम, सूरजमुखी और फोलिक एसिड से भरपूर चीज़ों को अपनी डाइट में शामिल करें।

 

ऑयली स्किन के लिए: सैलिसिलिक एसिड त्वचा पर सीबम के एक्स्ट्रा प्रोडक्शन को कंट्रोल करता है। फाइटो-नियासिनामाइड, एलोवेरा और नीम भी ऑयली और मुंहासों के प्रति संवेदनशील त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं।

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मिली-जुली त्वचा के लिए: हयालूरोनिक एसिड और विटामिन सी मिली-जुली त्वचा के लिए बहुत ही बेहतरीन होते हैं। ये स्किन को मॉयश्चराइज रखते हैं, ऑयली नहीं बनाते और दाग-धब्बों को कम करते हैं। नेचुरल चीज़ों से भरपूर स्किन केयर प्रोडक्ट्स चुनें।

 

रोजाना लगभग 30 मिनट का समय निकालकर किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी करना। जो आपको कई तरीकों से फायदा पहुंचाती है। शारीरिक व्यायाम से वजन के साथ ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने से रोका जा सकता है, प्रजनन क्षमता बढ़ती और मेंटल हेल्थ में भी सुधार होता है।

 

हाइड्रेशन और डीटॉक्सिफिकेशन

पीसीओएस से जूझते हुए बेदाग और हेल्दी स्किन की चाहत को पूरा करने में दो चीज़ें साबित हो सकती हैं आपके लिए बेहद मददगार और वो है- हाइड्रेशन और डिटॉक्सीफिकेशन। बॉडी और स्किन को हाइड्रेट रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। यह आपकी त्वचा की कुदरती नमी को बनाए रखता है। पर्याप्त हाइड्रेशन से स्किन का लचीलापन बढ़ता है और यह कोमल बनी रहती है।

 

 

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